/वो 5 विदेशी कप्तान जो IPL में नहीं दिखा सके कमाल, कई दिग्गज हुए धराशायी

वो 5 विदेशी कप्तान जो IPL में नहीं दिखा सके कमाल, कई दिग्गज हुए धराशायी

कई खिलाड़ी ऐसे हैं जो कप्तान के तौर पर अपनी छाप नहीं छोड़ पाए। आज हम आपको उन पांच विदेशी खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे जो IPL में कप्तान के रूप में सफल नहीं रहे।

IPL 2023 के लिए हुए ऑक्शन में पंजाब किंग्स ने ऑलराउंडर सैम कर्रन (Sam Curran) को 18.5 करोड़ की कीमत देकर खरीदा है। IPL के इतिहास को अगर देखा जाए तो आईपीएल में सबसे महंगा खिलाड़ी खरीदे वाली टीम कुछ खास नहीं कर पाई।

ऐसा ही हाल विदेशी कप्तान भी है। IPL में विदेशी कप्तान कुछ खास नहीं कर पाए। इस लिस्ट में कई बड़े दिग्गज खिलाड़ियों का नाम शामिल है। सनराइजर्स हैदराबाद ने आगामी इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) सीजन के लिए एडन मार्कराम (Aiden Markram) को अपना कप्तान घोषित किया है। इस बीच, यूपी वारियर्स (UP Warriorz) ने महिला प्रीमियर लीग (Women’s Premier League) में दीप्ति शर्मा के ऊपर एलिसा हीली को अपना कप्तान घोषित किया है। जिसके बाद IPL के इतिहास में विदेशी कप्तानों की सफलता के बारे में सवाल खड़ा हो गया है।

IPL में डेविड वार्नर, एडम गिलक्रिस्ट, शेन वार्न और यहां तक ​​कि केन विलियमसन जैसे सफल कप्तान देखे हैं। हालांकि कई खिलाड़ी ऐसे भी रहे हैं जो कप्तान के तौर पर अपनी छाप नहीं छोड़ पाए। आज हम आपको उन पांच विदेशी खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे जो IPL में कप्तान के रूप में कुछ खास नहीं कर पाए।

एरोन फिंच

IPL में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज आरोन फिंच (Aaron Finch ) कई टीमों के लिए खेल चुके हैं, लेकिन उनमें से किसी टीम के लिए कुछ खास नहीं कर पाए। उन्होंने आईपीएल में 90 पारियों में केवल 24.89 की औसत और 128.2 की स्ट्राइक रेट से 2091 रन बनाए हैं। फिंच ने IPL में अलग-अलग टीमों का प्रतिनिधित्व किया है। इसमें राजस्थान रॉयल, किंग्स इलेवन पंजाब (अब पंजाब किंग्स), गुजरात लायंस, मुंबई इंडियंस और कोलकाता नाइट राइडर्स शामिल हैं।

जेपी डुमिनी

जेपी डुमिनी आईपीएल इतिहास में सबसे कम आंके जाने वाले विदेशी खिलाड़ियों में से एक हैं। उन्होंने लीग में मुंबई इंडियंस, सनराइजर्स हैदराबाद और दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स) का प्रतिनिधित्व किया है, दिल्ली में उनका कार्यकाल सबसे लंबा रहा।
जेपी ने 39.78 की औसत से 2000 से ज्यादा रन और 23 विकेट अपने नाम किए हैं, डुमिनी ने एक खिलाड़ी के रूप में इंडियन प्रीमियर लीग में शानदार प्रदर्शन किया था। हालांकि, जब उन्हें आईपीएल 2015 में दिल्ली डेयरडेविल्स का कप्तान बनाया गया था, तब वह अपने मौके का ज्यादा फायदा नहीं उठा सके। डुमिनी के बल्ले से बेहतरीन प्रयासों के बावजूद, टीम लीग में सातवें स्थान पर रही, पांच मैच जीते और आठ हारे।

कुमार संगकारा

श्रीलंकाई दिग्गज खिलाड़ी कुमार संगकारा किंग्स इलेवन पंजाब (अब पंजाब किंग्स), डेक्कन चार्जर्स और सनराइजर्स हैदराबाद जैसी टीमों का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। संगकारा ने कोचिंग में भी हाथ आजमाया है। हालांकि, उनके आईपीएल रिकॉर्ड बताते हैं कि वह लीग में उतने प्रभावी नहीं थे जितने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में रहे। उन्होंने 68 पारियों में केवल 25.95 की औसत से केवल 1687 रन बनाए। लीग में संगकारा का रिकॉर्ड काफी निराशाजनक रहा है।

KXIP के कप्तान के रूप में 47 मैचों में, चार्जर्स और बाद में SRH, संगकारा केवल 15 बार जीते और 30 मौकों पर हारे। यहां तक ​​कि उन्होंने 2012 के आईपीएल सीजन के बीच में ही कप्तानी छोड़ दी, जिससे ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर कैमरन व्हाइट को पद संभालने का मौका मिला।

इयोन मॉर्गन

इयोन मोर्गन दुनिया के सर्वश्रेष्ठ सीमित ओवरों के बल्लेबाजों में से एक हैं और उनके पास दुनिया भर में अनगिनत टी20 लीग में खेलने का अनुभव है। हालांकि, आंकड़े बताते हैं कि 2019 ODI विश्व कप विजेता इंडियन प्रीमियर लीग में अपने पैर नहीं जमाए पाए। मॉर्गन ने आईपीएल में 75 पारियों में 122.6 की स्ट्राइक रेट से 22.66 की औसत से केवल 1405 रन ही बनाए हैं। 

रिकी पोंटिंग

साल 2013 में सचिन तेंदुलकर और रिकी पोंटिंग को आईपीएल में क्रीज साझा करते हुए देखा था। रिकी ने ऑस्ट्रेलिया को तीन आईसीसी ODI विश्व कप खिताब दिलाए, वो IPL में उम्मीद के मुताबिक कुछ खास नहीं कर पाए। रिकी पोंटिंग ने खुद को टीम से बाहर कर लिया था। सर्वकालिक महान अंतरराष्ट्रीय कप्तानों में से एक पोंटिंग को IPL की ट्रॉफी उठाने का मौका नहीं मिला, पोंटिग IPL में अपनी अच्छी छाप नहीं छोड़ सके। #ipl2023